नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया) - UPCHAR VIEW

नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया)

नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया)

नमस्कार दोस्तों, माँ बनना कितना सुखद सपना होता है माता-पिता का या हर महिला-पुरुष शादी होने के बाद उसका पहला सपना होता है की वह बाप बने लेकिन बच्चा जन्म लेने के बाद उसको अचानक कई बीमारिया हो जाती है जिसमे से एक बीमारी है जॉन्डिस (पीलिया), अक्सर आप लोगो ने सुना होगा की नवजात बच्चे के जन्म के 48 घंटे से 144 घंटे बाद या पहले नवजात बच्चे को जॉन्डिस (पीलिया) से ग्रषित हो जाता है ऐसा क्यों होता है चलो आज में आपको इस टॉपिक पर जानकारी प्रदान करता हु।

नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया) ,JOUNDICE NEWBORN BOBY

नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया)

नवजात बच्चे में या बच्चे के जन्म के बाद उन्हें पीलिया हो जाता है इसका एक ही कारण है वो है बच्चे का लीवर, जी हां दोस्तों बच्चे जन्म के बाद उनका लीवर सही डंग से काम नहीं कर पाता और लिवर फंग्सन टेस्ट (LFT) में मौजूद BILIRUBIN-SGOT-SGPT का तत्व नवजात बच्चे के बल्ड में जम जाते है जिससे जन्म होने वाले बच्चे की लिवर की साइज बढ़ जाती है और यह बीमारी आगे चलकर भयानक रूप धारण कर लेती है ऐसी को जॉन्डिस (पीलिया) कहते है।

नवजात में कैसे फैलता है

जन्म लेने वाले बच्चो में कुछ ऐसे एंजाइम या तत्व होते है जो नवजात बच्चे के जन्म के समय रोगो से लड़ने में मदद करते है पर लिवर का विकास या लीवर सही ढंग से काम ना करने पर जॉन्डिस (पीलिया) हो जाता है लीवर में मौजूद एक तत्व जॉन्डिस (पीलिया) को कम करने में लगा रहता है जिस बच्चे में जन्म पर इस तत्व की मात्रा कम होती है उसमे जॉन्डिस (पीलिया) होने की आशंका बहुत ज्यादा होती है।

नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया) , JAUNDICE NEWBORN BOBY

नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया)

नवजात में लक्षण

मुख्यतया बच्चे के जन्म के बाद 72 घंटे से 120 घंटे पहले या बाद जॉन्डिस (पीलिया) के लक्षण दिखाई देने लगते है और कुछ समय बाद पीलिया का प्रकोप बढ़ने लगता है लिवर में मौजूद BILIRUBIN की मात्रा 12mg  /dl और SGOT-SGPT की मात्रा 1100unit/L से ऊपर तक चली जाती है।

ठीक होने का समय

नवजात बच्चो को जॉन्डिस (पीलिया) ठीक होने में कम से कम 15 दिन लग सकते है नवजात बच्चो में लिवर का विकास धीरे-धीरे शुरू हो जाता है लीवर सही डंग से काम करने लगता है जिससे बच्चे जन्म लेने के कुछ दिन बाद ठीक हो जाता है

सावधानियां

  • LFT लीवर फंग्सन टेस्ट की जांच कराये। 
  • नवजात के जन्म के तुरंत बाद उसको सारे टिके लगवाये। 
  • ज्यादा बीमार होने पर शिशु रोग के डॉक्टर को दिखाये। 
  • बच्चा में खून की कमी हो सकती है। 
  • शरीर में परेशानी या मंदबुद्धि हो सकता है।   
जॉन्डिस (पीलिया) ज्यादा खतरनाक बीमारी नहीं है समय रहते हम लोग सही समय पर इलाज हो सकता है फिर भी अगर जॉन्डिस (पीलिया) ज्यादा हो तो किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाकर नवजात भर्ती करवा सकते है नवजात बच्चो के आलावा बड़ो को भी जॉन्डिस (पीलिया) हो सकता है इसलिए नवजात बच्चो के लिए हमेसा शजग रहे। 

नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया) , JAUNDICE NEWBORN BOBY

नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया)

 अब आप समझ गये होंगे की नवजात को जॉन्डिस (पीलिया) से कैसे बचाया जा सकता है


नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया) नवजात शिशु में जॉन्डिस (पीलिया) Reviewed by pankaj kumawat on August 24, 2018 Rating: 5

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