शिशु के लिए स्तनपान का महत्व - UPCHAR VIEW

शिशु के लिए स्तनपान का महत्व

शिशु के लिए स्तनपान का महत्व

माँ बनना दुनिया की सबसे बड़ी खुशियों में से एक ख़ुशी है माँ बनने के बाद आप अपने जन्म होने वाले शिशु की किस तरह देखभाल करते है इसके लिए अभी भी दुनिया की महिलाओ में से 30 प्रतिशत महिलाओ ही अपने शिशु की सही ढंग से पालन-पोषण करती है बाकि महिलाओ को इस बारे जानकारी नहीं है शिशु के लिए स्तनपान का महत्व बहुत जरुरी है बच्चे के जन्म के बाद शिशु को माँ पहला गाढ़ा पीला दूद पिलाना चाहिए क्योकि शिशु जन्म के बाद बहुत भूखा होता है पर बहुत से महिलाये आज भी नहीं जानती है शिशु के लिए स्तनपान किस प्रकार आवश्यक है आज में आपको शिशु के स्तनपान से जुड़े कुछ रोचक जानकारी बताने जा रहा हु जिसको आप फॉलो करे और अपने शिशु की देखभाल अच्छे तरीके से कर पाएंगे।


शिशु के लिए स्तनपान का महत्व , Importance of breastfeeding for infants

शिशु के लिए स्तनपान का महत्व

स्तनपान का महत्व


क्या आप जानते है की शिशु जन्म होने के बाद 3 से 4 घंटे में अपने शिशु को स्तनपान करवाना चाहिए, शिशु जन्म के बाद बहुत भूखा होता है ओर भूख के मारे वह माँ का पहला पीला दूद पीना चाहता है माँ को चाहिए की वह अपने शिशु पहला पीला दूद पिलाये, कुछ महिलाये अपने शिशु को रोने पर या भूख पर्दिशित करने पर दूद पिलाती है पर ऐसा बिलकुल ना करे। शिशु जन्म के 3 से 4 घंटे के अंदर पहला स्तनपान करवाना चाहिए।

कितनी बार स्तनपान करवाये

माँ को चाहिए की अपने शिशु को कम से कम 2 घंटे के अंदर स्तनपान करवाना आवश्यक है अगर आपका शिशु नींद निकाल रहा है तो भी शिशु को स्तनपान करवाना बहुत आवश्यक है आप 24 घंटे में कम से कम 10 से 12 बार स्तनपान करवाना चाहिए।

माँ का पहला दूद

माँ का पहला दूद में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है माँ का दूद में ही भरपूर पोषक तत्व मौजूद होते है और जन्म लेने वाले शिशु के लिए बहुत आवश्यक माना जाता है।

माँ के दूद में बढ़ोतरी के लिए

 माँ के दूद में बढ़ोतरी के लिए आपको चाहिये की उसको पत्तेदार व हरी सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए और शिशु जन्म के कुछ दिनों बाद आप शिशु जन्म देने वाली माँ को अजवाइन व घी सेवन करना चाहिए जिससे आपके दूद में बढ़ोतरी होगी जिससे शिशु को पोषक तत्व युक्त दूद मिल पायेगा।

माँ के दूद का विकल्प


अगर आप भी अपने शिशु के लिए दूद का विकल्प ढूढ रहे है तो वह आपके शिशु के लिए खतरनाक साबित हो सकता है क्योकि माँ के दूद का कभी भी कोई विकल्प नहीं होता है माँ का दूद माँ का दूद ही रहता है क्योकि माँ के दूद में प्रोटीन व पोषक तत्व मौजूद होते है कभी भी जन्म होने वाले शिशु को बहार का दूद ना पिलाये।

 
शिशु के लिए स्तनपान का महत्व , Importance of breastfeeding for infants

शिशु के लिए स्तनपान का महत्व


स्तनपान के समय (तीन महीने) तक यह चीजे ना खाये

  • शराब- तम्बाकू- सिगरेट आदि। 
  • ज्यादा मिर्च- मसाला। 
  • ठंडी चीजे। 
  • तली हुई चीजें। 

स्तनपान के समय (तीन महीने) तक यह चीजे अपनाये 

  • तनाव मुक्त रहे। 
  • 8 घंटे की भरपूर नींद ले। 
  • योग करे।
दोस्तों अब आप समझ गये होंगे की शिशु के लिए स्तनपान किस प्रकार अतिआवश्यक है माँ का पहला दूद शिशु के लिए आवश्यक है। माँ का पहला दूद शिशु को कुपोषण से भी बचाता है।

शिशु के लिए स्तनपान का महत्व शिशु के लिए स्तनपान का महत्व Reviewed by pankaj kumawat on September 03, 2018 Rating: 5

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