नमस्कार मेरे प्यारे दोस्तों - आज में आपको आपके शरीर में पीलिया रोग के बारे में बताने जा रहा हु जी हा दोस्तों
आज दुनिया में ख़राब खानपान के कारण हमारा लिवर सही ठीक ढंग से काम नहीं कर पाता है जिससे लिवर के कार्य करने की क्षमता रुक जाती है जिसके फलस्वरूप आपके खून में मौजूद बिलीरुबिन तत्व को लिवर सही ढंग से छान नहीं पाता है जिसके फलस्वरूप हमारे खून में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है और वह बिलीरुबिन हमारी आँखों में - चमड़ी में - पेशाब में और हाथो के नाखुनो में मुख्य रूप से दिखाई देता है इस बिलीरुबिन का रंग पीला होता है जिसकी वजह से हम लोग इसे पीलिया कहते है पीलिया रोग मुख्य रूप से अशुद्ध पानी पिने से होता है आपके घर के बर्तन में 48 घंटे से ज्यादा समय तक पानी रहता है
तो उस बर्तन में कई ऐसे जीव पैदा हो जाते है जिससे आपको पीलिया होने का कारण बनता है इसलिए 48 घंटे से ज्यादा समय का पानी बर्तन में या पीने के लिए उपयोग ना करें - आज में पीलिया रोग को दूर करने के कुछ मुख्य आयुर्वेदिक नुस्खे बताने जा रहा हु चलये दोस्तों जानते है
सरल नुस्खे पीलिया दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय।
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सरल नुस्खे पीलिया दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय |
सरल नुस्खे पीलिया दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय
एरण्ड के रस का उपयोग
आप लोग रोजाना 3 से 5 चमच्च एरण्ड के पतों को अच्छी तरह से कूटकर रस निकाल ले और रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करें कुछ ही दिन बाद आपका पीलिया रोग दूर होने लगेगा।
तेल - चिकनाहट को दूर रखे
आप लोग पीलिया होने पर तली और चिकनाहट से बनी चीजे ना खाये - घी और तेल का प्रयोग भी बिलकुल भी ना करे साथ रोगी को ज्वार की रोटी खाने को दे और चावल और लोक्की की सब्जी का सेवन करें - इन चीजों से आपका लिवर पहले की तरह कार्य करने लगेगा।
प्रणायाम करे
पीलिया के रोगी को रोजाना नियमित रूप से कपालभाति प्रणायाम करे क्योकि यह प्रणायाम आपके लिवर को मजबूत करता है और पीलिया होने से बचाता है। बच्चो को आप लोग बचपन से ही कपालभाति प्रणायाम करवाये और भविष्य में होने वाले पीलिया से बचाये।
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सरल नुस्खे पीलिया दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय |
आयुर्वेदिक दवा का सेवन
आप लोग खाली पेट आरोग्य वटी ले और खाना खाने के बाद आरोग्य वर्धनी वटी एवं उदारमूर्त वटी का सेवन कर सकते है इससे आपको पीलिया रोग में लाभ मिलेगा।
लोहासव
कुमायसव एवं लोहासव दोनों को मिलाकर दो - दो चमच्च ले और उसमे चार चमच्च पानी मिलाकर खाना खाने के बाद पिये।
एक्यूप्रेशर करे
दाहिनी हाथ की छोटी ऊँगली और रिंगफिंगर के बीच निचे के भाग को दबाये - आपको पीलिये में लाभ मिलेगा।
पुननर्वा मूल
ताजा पुननर्वा मूल का रस निकाल कर दो से तीन दिनों तक पिये - पीलिया रोग में लाभ मिलेगा।
श्योनाक
टोटला एवं श्योनाक की छाल का रस निकालकर 2 से 3 चमच्च पिये। पीलिया और HBSAG में लाभ मिलेगा।
मकोय का सेवन
पीलिया दूर करने के लिये सर्वकल्प क्वाथ का सेवन करे - यह पुर्ननवा - मकोय एवं भूमि आंवला को मिलाकर बना है इसका काढ़ा बनाकर नियमित रूप से सेवन करें।
जिनको पीलिया की गंभीर बीमारी है और बार बार पीलिया होता है बुखार बना रहता है वे लोग आक मदार की जड़ का पावडर कर आधा ग्राम पानी के साथ सुबह खाली पेट सेवन करे - भयंकर पीलिया रोग में लाभ होगा।
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सरल नुस्खे पीलिया दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय |
आक की कोपल
आक की एक इंच की कोपल को पान के पते में रखकर धीरे - धीरे चूसे - फिर एक घंटे बाद चना खा ले और चना खाने के बाद पानी बिलकुल भी ना पिये।
मेरे प्यारे दोस्तों में आप सबका दोस्त पंकज कुमावत - मेरी पोस्ट अगर आपको अच्छी लगी हो तो प्लीज लाइक और शेयर करें - हमने सिर्फ ज्ञानवर्धक जानकारी साझा की है। किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर ले। सदैव खुश रहे और फिट रहे।
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