स्वस्थ रहने के 4 नियम अपनाओ
नमस्कार मेरे प्यारे दोस्तों - आज में आपको स्वस्थ रहने के 4 नियम बताने जा रहा हु जिसका अनुसरण कर आप अपने जीवन को बेहतर कर सकते है आयुर्वेद के अनुसार हमें हमेशा निरोगी रहने के लिये 3 प्रकार के दोष से दूर रहना चाहिए - पहला वात - दूसरा पीत - तीसरा कफ यह हमारे शरीर के तीन दोष है हमारा शरीर त्रिदोष आधारित शरीर है जब हमारे शरीर में वात दोष अधिक बिगड़ जाता है तो हमें 480 से ज्यादा रोग हो जाते है जब पीत अधिक बिगड़ जाता है तो हमें 50 प्रकार के रोग हो जाते है और जब कफ अधिक बिगड़ जाता है तो 28 प्रकार के रोग हमारे शरीर में आ जाते है जब वात पीत और कफ तीनो एक साथ बिगड़ जाते है तो हमें 148 से ज्यादा रोग एक साथ हो जाते है सर्दी - खासी - झुकाम और कैंसर जैसे बड़ी बीमारियां वात -पीत - कफ के बिगड़ने से हो जाती है भागवट ऋषि ने आयुर्वेद ग्रंथो में 7000 ज्यादा रोगो के बारे में बताया है लेकिन आज में आपको स्वस्थ रहने के 4 मुख्य नियम बताने जा रहा हु चलये दोस्तों जानते है
स्वस्थ रहने के 4 नियम अपनाओ।
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स्वस्थ रहने के 4 नियम अपनाओ |
स्वस्थ रहने के 4 नियम अपनाओ
पहला नियम - खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना
हम लोग तो खाना खाते ही पानी पीते है खाना खाते समय खाने से ज्यादा पानी पीते है महर्षि भागवट के अनुसार भोजन करते समय पानी पीना या भोजन के तुरंत बाद पानी पीना विष पिने के बराबर है जब हम खाना खाते है तो वह सारा खाना पेट में इकठा होता है उस जगह को हम जठर और कुछ लोग उसे अमाशय कहते है यह जठर आपके पेट में नाभि के पास उल्टी हाथ की तरफ होती है सारा खाना इसी जगह पर आता है जैसे - दूद - दाल - चावल - सब्जी - रोटी आदि।
जैसे ही हम खाना खाते है तो हमारे जठर में आग जलती है जो खाने को पकाने का कार्य करती है यह अग्नि हमारे खाने को बहुत अच्छी तरह से पकाती है जब हम रसोई में खाना पकाते है तो हमें अग्नि की आवशकता होती है जब तक अग्नि जलती है तब तक खाना पकता है जब अग्नि बुझ जाये तो खाना पकना बंद हो जायेगा उसी प्रकार जब हम खाना खाने के तुरंत बाद गुट - गुट कर ठंडा पानी पी जाते है तो हमारे जठर में खाना पकाने वाली अग्नि बुझ जाती है और हमारा सारा खाना पचने की जगह सड़ता रहता है इससे हमें कई रोग जैसे - पेट में गैस बनना - पेट में दर्द रहना - पेट फूलना - मोटापा आदि कई प्रकार के रोग हो जाते है खाने के तुरंत बाद ठन्डे पानी की जगह पर दही की लस्सी - अनार का जूस - मौशमी का जूस आदि फलों का सेवन कर सकते है।
अगर पानी ही पीना है तो आप खाना खाने के 40 मिनट पहले आप लोग भर पेट पानी पी सकते है सुबह खाना खाने के बाद फलो का रस पीना चाहिए - दोपहर में खाना खाये तो दही की लस्सी पीनी चाहिए - रात को खाना खाने के बाद दूद पीना चाहिए - वात - पीत और कफ इस नियम से संतुलित रहता है।
दूसरा नियम - पानी गुट - गुट कर पीओ
जैसे हम लोग हर रोज गरम दूद - गरम चाय - गरम कोफ़ी आदि पेय गुट - गुट कर पीते है मुँह में गिलास लिया ओर पानी को गट - गट कर तुरंत पी गये हमें ऐसा नहीं करना है एक - एक गुट पानी पिये इससे आपके मुँह में लार पानी से मिलकर पेट में जायेगी यह मुँह की लार छारये होती है और पेट में अम्ल बनता है एक गुट पानी पिये मुँह की लार अंदर गई। दो गुट पानी पीये मुँह की लार अंदर गई। मुँह की लार पेट के अंदर जाकर छार तत्व के साथ पेट में अम्ल बनाती है इससे आपके पेट में एसिडिटी नहीं बनेगी - इसलिए पानी हमेशा गुट - गुट कर पिये मनुष्य जाती को छोड़कर हर जीव अपनी चोंच या मुँह से पानी गुट - गुट कर पीते है जैसे - चिड़िया - कबूतर - तोता - कुत्ता आदि सभी जिव अपनी चोंच और मुँह से गुट - गुट कर पानी पीते है इन जीवो को कभी भी बल्ड प्रेशर - बल्ड शुगर - कोलेस्ट्रॉल - हार्ड प्रॉब्लम नहीं होती है इन जीवो का कई स्कूल - गुरु नहीं होते है यह सभी जिव अपने जन्म से सीखकर आते है इन जीवो पर एक रिसर्च किया गया की कुछ पक्षियों को कोलेस्ट्रॉल का इंजेक्शन लगाया गया और एक महीने बाद इन पक्षियों का कोलेस्ट्रॉल लेवल चेक किया गया सभी पक्षियों का कोलेस्ट्रॉल नॉर्मल रहा।
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स्वस्थ रहने के 4 नियम अपनाओ |
तीसरा नियम - ठंडा पानी कभी ना पीये
आपको अपने जीवन में कभी भी फ्रिज का ठंडा पानी या आरो वालो ठंडा पानी कभी नहीं पीना चाहिए - शरीर आपका गर्म है और पिने के लिये पानी ठंडा है आपका पेट गरम है उसमे आपने ठंडा पानी डाल दिया अब दोनों का आपस में झगड़ा होगा या तो पानी पेट को ठंडा करेगा या पेट पानी को गरम करेगा एवं गलती से भी अगर पानी ने पेट को ठंडा कर दिया तो आपका ह्रदय ठंडा हो जायेगा आपका मस्तिष्क ठंडा हो जायेगा फिर मनुष्य ठंडा हो जायेगा और ठन्डे मनुष्य का राम नाम......... सत्य हो जायेगा।
हमेशा मिट्टी के बर्तन में पानी पीये और सर्दियों के दिनों में हमेशा गुनगुना पानी का सेवन करे।
चौथा नियम - सुबह 2 गिलास पानी पिये
सुबह जैसे ही आपकी नींद खुलती है तो 2 गिलास पानी पीये उसके बाद फ्रेश हो सकते है इससे फायदा यह होगा की पेट में पानी जाते ही बड़ी आंत को साफ करता है सुबह पानी पीते ही आपके मुँह की लार आपके पेट जायेगी और सुबह - सुबह एसिड की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए सुबह खूब पानी पीना चाहये।
मेरे प्यारे दोस्तों में आप सबका दोस्त पंकज कुमावत - मेरी पोस्ट अगर आपको अच्छी लगी हो तो प्लीज लाइक और शेयर करें - हमने सिर्फ ज्ञानवर्धक जानकारी साझा की है। किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर ले। सदैव खुश रहे और फिट रहे।
स्वस्थ रहने के 4 नियम अपनाओ
Reviewed by pankaj kumawat
on
May 02, 2019
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